आज़रबैजान प्रजातंत्र के राष्ट्रपति इल्हाम हैदर ओग्लु अलीयेव का आज़रबैजानी जनता की नववर्ष की बधाई- 31 दिसंबर 2003

आदरणीय श्रीमति और श्रीमान,

आप को नववर्ष के मौके पर हार्दिक बधाई दे रहा हूँ.

सन् 2003 को आज़रबैजान सफलतापूर्वक रूप से उन्नति करता रहा. हमारे देश ने सारे क्षेत्रों में बड़ी सफलताऐं प्राप्त की हैं. आज़रबैजान का अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में मोर्चा और सुढ़ृढ हो गया. अंतर्राष्ट्रीय संस्थाऐं के साथ हमारे सहयोग विकासित हो गये. दोपक्षीय संबंधनों में काफ़ी सफलताऐं मिली हैं. क्षेत्रीय सहयोग में काफ़ी सफलताऐं हुईं. यह हमें विश्व समाज में आज़रबैजान का ढ़ृढ और योग्य स्थान पाने में अवसर देंगे. यह नीति जारी रखी जायेगी. हमारे देश को आर्थिक क्षेत्र में बड़ी सफलताऐं मिली हैं. कुल अंदरूनी आय 11 प्रतिशत बढ़ गया. यह अर्थ-व्यवस्था का मुख्य निशान है. उत्पादन के क्षेत्रों में कु विकास 13 प्रतिशत हो गया. का प्रक्रिया जारी है. यह भेद की बात है कि पूँजी लगाने की लिहाज़ से आज़रबैजान सिर्फ क्षेत्र में नहीं बल्कि सारे स्वतंत्र राष्ट्रों के संघ और पूर्वी-केंद्रीय युरोप में लीडर है. प्रतिव्यक्ति विदेशी पूंजी में हमारे देश ने अपना मोर्चा और ढ़ृढ कर दिया. सन् 2003 को सारे स्रोतों में से हमारे देश के अर्थ-व्यवस्था में कुल मिलाके 3 अरब 20 करोड़ डालर पूँजी लगाई गई थी. यक प्रक्रिया जारी है और हम इस के कारण आज़रबैजान में नये काम, उत्पादन के क्षेत्र, इंफ्रास्ट्रक्चर खोल सेकेंगे. यह प्रवृत्ति भविष्य में भी जारी रखी जायोगी, बडे पैमाने पर पूंजी लगवाने के लिये स्थितियां बन जायेंगी.

सन् 1994से लेकर आज़रबैजान में सफलतापूर्ण रुप से तेस सामरिकी चालू की जा रही है. हैदर अलीयेव के पहल से आरंभ हुई यह सामरिकी अपने ख़ूब फल दे रही है.आजकल तेल सामरिकी की मुख्य दौर शुरू हो गई है. मुख्य निर्यत के तेल पाईप-लाईन बाकू-त्बिलीसी-जैहान का निर्माण कामयाबी से जारी है और आनेवाले भविष्य में समाप्त हो जायेगा. आज़रबैजानी तेल बड़े पैमाने पर विश्व बाज़ारों में सप्लाई किया जायेगा. इस के परिणाम में हमारे देश की बजट में और तेल निधि में बड़े रक़म की आमदानी होंगी. और यह अपनी ओर से आज़रबैजान की सर्वतोमुखी उन्नति के लिये खूब दिशाऐं बना देगा.

सामाजिक क्षेत्र में, जो निरंतर राष्ट्र के ध्यान में है, बड़ी सफलताऐं प्राप्त की गई हैं. सन् 2003 को इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण क़दम उठाये गये थे. हैदर अलीयेव के आदेशों के अनुसार बजट से तंख्वाह लेनेवाले संगठनों के 12 लाख कार्मचारी के जीवन स्तर और खूशहाली बढ़ गई.

उन के तंख्वाह 50 प्रतिशत और पेंशन लेनेवालों के पेंशन 40 प्रतिशत बढाये गये.यह हमारी नीति जारी रखी जायेगी और दूसरे सामाजिक कार्यक्रम चालू हो जायेगा. यह हमारी नीति में एक प्रथमता की दिशा है.इस के साथ साथ सब से कठिन स्थिति में रहनेवाले, सामाजिक लिहाज़ से कम सुरक्षित लोगों, शरणर्थियों के जीवन स्तर बहतर हो गया. राष्ट्रपति हैदर अलीयेव के आदेशों पर शरणर्थियों के अविकांश भाग नयी बस्तियों में रहने के लिये भेजे गये, जहाँ पर नये मकान बनाये गये हैं. कुछ महीने पहले हम बिलासुवर क्षेत्र में बनायी गयी बस्ती के उदघटान में भाग लेते थे.यह नीति जारी रखी जायेगी. अपने भाषणों में मैं ने पहला बताया था कि मेरे कार्यों में मुख्य प्रथम दिशा इन शरणर्थियों के लिये, जो आज़रबैजान में भारी संकट में रहते हैं, अच्छा रहने की स्थितियां बनानी होंगी.यही प्रयत्न होगा कि देश में एक भी तंबूओ का शिविर न रह जायें. इस के संबंध नये कार्यक्रम की तैयारी हो रही है. और आनेवाले दिनों में उसका उदघटान और चालू होगा.

सन् 2003 को आज़रबैजान में राष्ट्रपति के चुनाव आयोजित किये गये थे. यह कर एक देश के लिये अत्यंत महत्पूर्ण घटना है. इन महत्पूर्ण चुनाव में, जिस में देश का भविष्य निश्चित हुआ था, आज़रबैजानी जनता ने एक बार फिर साबित किया था कि वह दस साल पहले चुने हुए रास्ते से चलना चाहता है. दस साल पहले हैदर अलीयेव जनता की माँग पर आज़रबैजान में अध्यक्षता पर लौट आये थे. अगर वे वापस न आते तो हमारे देश एक भयानक विपत्ति से मिल जाता.इन वर्षों में चलाई गई नीति के कारण आज़रबैजान ने सर्वतोमुखी उन्नति की, शाक्तिशाली राष्ट्र बन गया. आज़रबैजान की स्वतंत्रता नित्य और अटूट है. सन् 2003 के राष्ट्रपति के चुनाव में आज़रबैजानी जनता ने फिर इस नीति के पक्ष में वॉट दी है. मैं इस भरोसा का उच्च मूल्यांकन कर रहा हूँ. इस अवसर से प्रयोग करके आज़रबैजानी जनता को मुझ पर भरोसा के लिये अपनी आभारी प्रकट करता हूं, वादा कर रहा हूं कि इस भरोसे को सही साबित करूँगा, अपनी जनता की योग्य सेवा करूँगा. सन् 2003 हमारे देश के लिये और जनता के लिये भारी भी रहा.इस साल को जनता ने अपने नेता को को दिये. हमारे सर्वजानिक नेता हैदर अलीयेव चल बसे थे.यह हम सब के लिये बड़ी दारूण विपत्ति है, दुर्भाग्य है.

लेकिन हम साहस न छोडेंगे. हमें घनिष्ठ रूप से इकट्ठे होकर हैदर अलीयेव से दिखाये गये रास्ते से चलकर उनका शुरू किये गये कार्य जारी रखना और समाप्त करना चाहिये. मुझे विश्वास है कि ऐसा ही होगा. उन की स्मृति पर 15 दिसंबर को दिखाये गये बड़े मान-मार्यादा फिर साबित किये हैं कि आज़रबैजानी जनता महान, शाक्तिशाली जनता है. हमें एकसाथ इस विपत्ति को सहना पड़ेगा. हम यह कर सकेंगे.और घनिष्ठ रूप से मिलकर हम अपने देश की ढ़ृढता पा लेंगे. हम वही स्तर तक पहूँचेंगे, जिस के बारे में हैदर अलीयेव सपनाऐं देखते थे.

उनके दिखाये गये रास्ते से चलेंगे और मुझे यक़ीन है यह रास्ता हमें सौभाग्य भविष्य तक ले जायेगा. सन् 2004 हमारे दश के लिये बहुत महत्वपूर्ण रहेगा. आज़रबैजान में चालू किये गये कार्यक्रम जारी किये रखेंगे.

सन् 2004 हमारे लिये आर्थिक लिहाज़ से बहुत महत्व रखेगा.इस साल बाकू-त्बीलिसी-जैहान तेल पाईप-लाईन का निर्माण किया जायेगा और वह चालू हो जायेगा.यह आज़रबैजान की भविष्य की आर्थिक क्षमता निश्चित कर देगा. सन् 2004 को बाकू- त्बीलिसी-ऐर्जरूम गैस पाईप-लाईन के निर्माण में कार्य जारी रखे जायेंगे.

ग़रीबी से संघर्ष जारी रखा जायेगा, नये काम के स्थान खोलने की दिशा में व्यावहारिक कार्य किये जायेंगे.

ये सारे काम हमें आज़रबैजान की सुढ़ृढता के लिये, उस के उँचे स्तर तक पहूँचाने के लिये अच्छी दिशाऐं बना देंगे. मुजे विश्वास है कि हम सब मिलकर हमारे सामने खड़े होनेवाले सारे उद्देश्यों को पूरा कर सकेंगे.

सेना के निर्माण में महत्वपूर्ण क़दम उटाये जायेंगे. आजकल इस क्षेत्र में बड़े परिवर्त्तन किये गये हैं और यह प्रक्रिया जारी रखा जायेगा.

आज़रबैजान के सैनिक प्रतिक्षा-क्षमता बढ़ जायेगी. यह हमारा सामरिकी रास्ता है. आज़रबैजान सेना – यह शाक्तिशाली सेना है. हम प्रयत्न करेंगे और मुझे विश्वास है कि हम अपनी सेना शाक्तिशाली बना सकेंगे ताकि वह उसके सामने खड़े होनेवाले समस्याओं के हल कर सके.

सन् 2004 आर्मेनियाई- आज़रबैजानी, पहाड़ी कराबाग़ के झगड़े के हल में नयी दौर का आरंभ हो सकती है. हमें विश्वास है कि युरोप में सुरक्षा और सहयोग संस्था(OSCE) का मिन्स्क ग्रूप इस समस्या से ज़्यादा गंभीरता से व्यस्त हो जायेगा, अंतर्राष्ट्रीय समाज आक्रामक पर फलकरी दबाव डालकर न्यायपूर्ण परिणाम प्राप्त करेगा. आज़रबैजान की इस दिशा में नीति पक्की है. मैं कई बार इस समस्या के बारे में अपना राय बता चुका हूं और एक बार फिर दोहरा रहा हूँ कि इस झगड़े का हल केवल आज़रबैजान की क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धाँतों के आधार पर किया जा सकता है. कब़्जे हुई भूमि मुक्त होनी चाहिये. दस लाख शरणार्थी अपने मातृभूमिक मकानों, घरों पर वापस जाना चाहिये. इस झगड़े का हल सिर्फ इन सिद्धाँतों के आधार पर हो सकता है.

विश्वास है कि अंतर्राष्ट्रीय समाज, विश्व के बड़े शासन और मिन्स्क ग्रूप के सहाध्यक्ष इस दिशा में सक्रिय और न्यायपूर्ण कार्य कर देंगे.

प्रिय मित्रो !

आज हम विश्व आज़रबैजानीयों की एकजूटता का दिन भी मना रहे हैं.आप सब लोगों को इस के अवसर पर बधाई दे रहा हूँ और सारे विश्व के आज़रबैजानीयों को एकजूटता, एकता के लिये बुला रहा हूँ.

प्रिय देशबंधूओ !

प्रिय श्रीमातियो और श्रीमानो, भाईयो और बहनो !

सन् 2003 समाप्त होनेवाला है. आगे हमारे सामने बहुत काम हैं. आप सब को इस साल में सफलताऐं दिला रहा हूँ. सब को सौभाग्य, स्वास्थ्य, परिवार में ख़ूशियां की कामनाऐं चाहता हूँ.

नववर्ष मुबारक हो !