आजरबैजान प्रजातंत्र हैदार अलीयेव का अंतर्राष्ट्रीय बाकू सम्मेलन बीज्नेस सामरिकी और आर्थिक पुनर्निर्माण में भाषण - 13 सितंबर सन् 1994

आदरणीय श्रीमाती और श्रीमान, अंतर्राष्ट्रीय बाकू सम्मेलन बीज्नेस सामरिकी और आर्थिक पुनर्निर्माण के भाग लेनेवाले.

इस महत्वपूर्ण घटने के कारण-बाकू अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उदघाटन के मौके पर आप को हार्दिक बधाई देता हूँ और आप को आजरबैजान प्रजातंत्र के लिये बहुत महत्वपूर्ण कार्य में सफलता की कामनाऐं करता हूँ। अंतर्राष्ट्रीय रूप के सम्मेलन का बड़े महत्व हैं। लेकिन आजाद उन्नति के रास्ते से चलनेवाला आजरबैजान के लिये इस का विशेष तौर पर महत्व है।.

पता है कि स्वतंत्रता प्राप्ती के बाद आजरबैजान अपना जीवन, राष्ट्र, अर्थ-व्यवस्था अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर बनाता है। और ये सारे आर्थिक प्रणाली के परिवर्तन को सशर्त करता हैं। इस के संबंध होकर आजरबैजान ने आजाद, बाजारी अर्थ-व्यवस्था के सिद्धाँतों के आधार पर पुनर्निर्माण का घोषणा किया है। और इस रास्ते से चलता है। वास्तविकता में यह रास्ता 70 साल के दौरान दूसरे समाजी-आर्थिक प्रणाली की स्थितियों में रहा हुआ प्रजातंत्र के लिये अत्यंत कठिन और भारी है। फिर भी यह एक ही रास्ता है कि इस के माध्यम अर्थ-व्यवस्था में कठिनाईयों का सामना किया जा सकता है, समाजी-आर्थिक संकट से निकाला जा सकता है। आजरबैजान को विश्व आर्थिक व्यवस्था में मिलवाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अर्थ-व्यवस्था की उन्नति का पालन किया जा सकता है। इस सिलसिले में प्रजातंत्र में काफ़ी काम किये जाते है, राष्ट्रपति ने कहा। हम प्रयत्न करते हैं कि आजाद, बजारी अर्थ-व्यवस्था के अनुमोदन और प्रगति के विभिन्न तरीक़े सीखे जाये। जरूर हमारे सामने बड़ी कठिनाईयां खड़ी होती हैं और हम विश्व अनुभव के सक्रिय रूप से प्रयोग करने में बड़ी माँग की आवश्यकता महसूस करते हैं। इस सिलसिले में अंतर्राष्ट्रीय बाकू सम्मेलन बीज्नेस सामरिकी और आर्थिक पुनर्निर्माण हमारे लिये विशेष महत्व रखता है। इन विचारों से मैं ने फैसला किया है कि इस सम्मेलन के उदघाटन में आप के साथ रहूँ और आप से अपने विचारों से अपील करूँ, वास्ताविकता में विश्वास है कि इस सम्मेलन का आजरबैजानी अर्थ-व्यवस्था के सुधार में आपके संयुक्त कार्य की खास देन होगी।.

इस सम्मेलन के काम में विदेश के प्रतिनिधियों की भागीदारी, जिनके आजाद, बाजारी अर्थ-व्यवस्था में करने का काफी अनुभव है, बहुत जरूरी, निर्णयक कारक है कि हमें अपने भविष्य की कार्रवाई विश्व अर्थ-व्यवस्था, विकासित देशों के अनुभव फलदायक रूप से प्रयोग कर सके, जिन्हों ने बाजारी अर्थ-व्यवस्था, आजाद कारोबारी के रास्ते में बड़ी सफलताऐं प्राप्त की हैं। इस लिये मैं बाकू तशरीफ रखनेवाले और हमारे सम्मेलन में भाग लेनेवाले विदेशी अतिथियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ और उनको आजरबैजान के आर्थिक समस्याओं के प्रति भला बर्ताव के लिये धन्यवाद करता हूँ और आशा है कि हमारे संयुक्त प्रयत्न ठोस व्यावहारिक परिणाम देगा।.

बाजारी अर्थ-व्यवस्था के अनुमोदन के रास्ते, मुक्त कारोबारी के रास्ते से चलने के बारे में बात करके मैं ने हमारे संक्रमण-काल की कठिनाईयों के बारे में बात की। ये जरूर है और निष्पक्ष रूप और कुछ विधिक रूप के हैं। लेकिन इस हॉल में मौजूद होनेवालों को पता है कि और मैं फिर कहना चाहता हूँ कि इस दौरान जब से आजरबैजान के अर्थ-व्यवस्था में पुनर्निर्माण शुरू हो गया, विशेष तौर पर आखिरी दो सालों में प्रजातंत्र में काफी काम किये गये। इस दौरान हजारों छोटे कारख़ाने, अनेक संयुक्त कारखाने, कारोबारी के विकास के लिये दिशाऐं बनी गई हैं कि इन का भी ठोस व्यावहारिक परिणाम हैं।.

कारोबार के लिये राष्ट्रीय सहायता फंड बनाया गया है, दूसरे उपाय किये गये हैं। सब से मुख्य बात यह है कि कारोबारी की उन्नति के लिये बाजारी अर्थ-व्यवस्था के सिद्धांतों के अनुमोदन के लिये व्यावहारिक दिशाऐं बनाई गई हैं। इस रास्ते से चलने के लिये विधिक आधार भी बनाया गया, कारोबारी के बारे में कानून पास हो गया है। आजरबैजान प्रजातंत्र के संसद ने कारोबारी कार्रवाई के मुख्य दिशाऐं नियत किया हैं, विधिक आधार डालने के लिये, कारोबारी की तेज़ गति से विकास के लिये दिशाऐं, पहलकदमियां, हमारे अर्थ-व्यवस्था के बाजारी अर्थ-व्यवस्था के रास्ते से उन्नति करने के लिये दूसरे उपाय भी किये गये हैं।.

एक ही समय राष्ट्र द्वारा उचित उपाय निश्चित किये गये। विशेष तौर पर मैं यह महत्वपूण समझता हूँ कि हम ने आम तौर पर अर्थ-व्यवस्था में आजादी के लिये स्थितियां बनाई हैं और विशेष तौर पर विदेशी व्यापार में इस साल के 5 अप्रेल को आदेश किया गया, जिसके अनुसार हमारे अर्थ-व्यवस्था में विदेशी अर्थ-व्यवस्था में आजादी के लिये कार्यों के प्रॉग्राम किया जायेगा और यह ऐसी स्थितियां बना रहा है कि सारे विधिक व्यक्ति मुक्त तौर पर अपने माल के निर्यात, सामरिकी माल के निर्यात भी कर सके।.

इस रास्ते से आगे चलने के लिये दूसरे क़दम भी उठाना जरूरी हैं। विशेष तौर पर हम बाजारी अर्थ-व्यवस्था के कारोबारी इंफ्रेस्ट्रेक्चर के पुनर्निर्माण के लिये उपाय जारी कर रहे है कि ताकि वह बाजारी अर्थ-व्यवस्था के रूख को जारी करने के माध्यम होकर अंतर्राष्ट्रीय बाकू सिस्टेम के अनुकुल हो जाये। कर(टैक्स) सिस्टेम के क्षेत्र में हम कोशिश करते हैं कि आजाद कारोबारी के लिये ज्यादातर समुचित स्थितियां बनाये जायें।.

यह सब नोट करके कि ये सारे पहले कदम हैं, हैदार अलीयेव ने कहा था कि आगे बहुत कुछ करना है। विशेष तौर पर उन्हों ने बताया था कि हमें निर्णायक रूप से और साहसी से राष्ट्र संपत्ति के निजीकरण करना चाहिये, हमारे प्रजातंत्र में संपत्ति के आकार बदलना है। इस लिहाज से ताकि इस से उत्पादन और अर्थ-व्यवस्था की उन्नति हो।.

आजरबैजान के पास बड़ी आर्थिक क्षमताऐं हैं पैदावारी बल, प्रकृतिक धन, श्रमिक रिसोर्स हैं। इन सब को जनता की भलाई के लिये फलदायक प्रयोग करने के लिये आजरबैजान के अर्थ-व्यवस्था की प्रगति, आर्थिक शक्ति की ढ़ृढता के लिये इस्तेमाल करने के लिये हमें ये उपाय जारी रखना चाहिये। इस लिये राष्ट्रीय संपत्ति का निजीकरण - यह बहुत महत्वपूण उद्देश्य है और जैसे कि इस से संबंध आर्थिक सुधार जारी करना भी महत्वपूण है, हम इस के बारे में कई बार कह चुके हैं।.

ठोस प्राभकारी उपाय करना है। मानना पड़ेगा कि यह बहुत काम है और शायद यह अर्थ-व्यवस्था में भारी स्थिति का मुख्य कारणों में से है। हमें कृषि सुधार करना चाहिये, कृषि सेक्टर में कारोबारी के लिये दिशाऐं बनाना चाहिये, यहां भी आर्थिक उन्नति के लिये बड़ी क्षमताऐं हैं और आम तौर पर बाजारी अर्थ-व्यवस्था के सिद्धांतों को आजरबैजान के सारे आर्थिक क्षेत्रों में जारी करना चाहिये।.

आजरबैजान के अध्यक्ष ने बाद में बताया कि कारोबारी इस के अच्छे अर्थ में आर्थिक विकासित पश्चिम देशों के अनुभव का प्रयोग हमारे लिये महत्वपूण कारक है और राष्ट्र इस रास्ते से चलने के लिये सब कुछ कर देगा। इस के संबंध होकर मैं विदेशी पूँजियों के लिये विधिक संभावनाऐं, उनकी रक्षा देनेवाला कानून का उल्लेख करना चाहता हूँ। मेरे विचार में यह कानून सिर्फ आजरबैजान के हद्दों में कारोबारी की उन्नति के लिये अनुकुल दिशाऐं न बनाते हैं बल्कि विदेशी पूँजियों से फलदायक रूप से प्रयोग करके विदेशी कंपनियों के साथ संयुक्त होकर बाजारी अर्थ-व्यवस्था के सिद्धांतों का अनुमोदन करे।.

आजरबैजान में विदेशी पूँजी लगाने के लिये स्थितियां हैं। मैं ने आजरबैजान की संभावनाओं और आर्थिक क्षमताऔं का उल्लेख किया हूँ। यह सिर्फ एक पक्ष से है। दूसरा कारक इस लिहाज से जारी की गई राष्ट्रीय नीति है। यह, जैसे कि मैं ने बताया, विदेशी पूँजियों, संयुक्त कारोबारी, विदेशी अनुभव के प्रयोग के लिये बहुत अनुकुल, अच्छी स्थितियां बनाता है।.

यह स्पष्ट है कि राष्ट्रीय संपत्ति के निजीकरण करके, आजरबैजान में संपत्ति के आकार बदलकर हमें राष्ट्रीय क्षेत्र का भी ध्यान रखना चाहिये, उसका बाजारी अर्थ-व्यवस्था विश्व अनुभव की माँगों के अनुसार पुनर्निर्माण करने के उपाय निश्चित करना चाहिये।.

हमारे सामने ये यारे उद्धेश्य खड़े हैं और मैं सम्मेलन में भाग लेनेवालों को विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि हम निर्णयक रूप से आर्थिक सुधार को सारे क्षेत्रों में- उद्योग में, कृषि सेक्टर में, व्यापार में समाजी क्षेत्रों में, सारे इनफ्रेस्ट्रेक्चरों में जारी करने के ईरादा में हैं। हम क्रमिक रूप से आगे चलेंगे ताकि आजरबैजान के अर्थ-व्यवस्था इन सुधारों से, संभावनाओं से गुजार कर बहाल हो जाये।.

हमें विश्वास है कि इसी तरीके से आजरबैजान की बड़ी आर्थिक, बुद्धिक क्षमताऐं उसके धनी प्रकृतिक रिसोर्स और उत्पादन बल चाल में पड़े और देश के आर्थिक स्तर बढ़ा सके, संकट से निकाल सके और हमारे प्रजातंत्र के लोगों के लिये अच्छी जिन्दगी की दिशाऐं बना सके। यह दिशऐं मौजूद है और मैं स्वयं विश्वास्त हूँ कि इस रास्ते से चलकर हमें सफलताऐं मिल जायेंगी और इस लिहाज से हम कहीं न हट जायेंगे।.

इस सम्मेलन का आयोजन मेरे विचार में हमारे सामने खड़े हुए उद्देशेयों को पूरा करने में मदद देगा। यहां पर बाजारी अर्थ-व्यवस्था के आधार पर आर्थिक प्रणाली बनाने के रास्ते अच्छे जाननेवाले बड़े आर्थिक वैज्ञानिक, विशेषज्ञ मौजूद हैं। और मेरा इरादा यह है कि यह सम्मेलन, विशेष तौर पर हमारे विदेशी अतिथि हमें आजरबैजान की स्थितियों में, उसके अर्थ-व्यवस्था में लागू किये जानेवाला ठोस तरीकों को निश्चित करने में फलदायक और लाभदायक मदद करें।.

आजरबैजान का अर्थ-व्यवस्था कुछ दशकों के दौरान समाजवादी टॉटेलिटेरियन प्रणाली में विकासित होता रहा।.

इस लिये मुझे विश्वास है कि हमारे विदेशी अतिथियों के भाषण और उनकी लाभदायक सलाहें, हमारे बीज्नेस्मेन की अनुशंसाऐं, आजरबैजान के सारे अर्थ-व्यवस्था में व्यस्त राष्ट्रीय अंगों की अनुशंसाऐं को, हमारे लिये बड़ी सहायता और समर्थन होगा।.

मैं राष्ट्रपति होकर इन समस्याओं में पक्का रवैया में हूँ और आजरबैजान के बीज्नेस्मेनों के साथ, उन लोगों के साथ जिन्हों ने कारोबारी में काफी अनुभव प्राप्त किया है, मिलना चाहता हूँ। इन मुलाकतों से लाभदायक बातचीत की, सूचनाओं की प्रतीक्षा में हूं, जानना चाहता हूँ कि कारोबारी क्षेत्र में हमारी कया-कया उपलब्धियां हैं और ठोस तौर पर कया करना है। हमारे आर्थिक राष्ट्रीय अंगों के और आम तौर पर हमें इन सूचनाओं में पहले स्रोतों से जरूरत है और जाहिर है कि हर लाभदायक विचार, सोच हमारी तरफ से उपयोग किये जायेंगे। आजरबैजान के हरेक बीज्नेस्मेन स्वयं को प्रजातंत्र के एक भाग समझना चाहिये और देश की आर्थिक उन्नति के लिये प्रयत्न करना है। यही बीज्नेस्मेन सफलतापूर्ण रूप से अपनी कार्रवाई चला सकता है। मुक्त तौर पर इन समस्याओं में व्यस्त हो सकते हैं जिन में वे अभी व्यस्त हैं। इस में उनके अपनी आर्थिक, बुद्धिक क्षमताओं का प्रयोग करने में संभावनाऐं मिलती हैं और वे कारोबारी, आजरबैजान में बाजारी अर्थ-व्यवस्था की उन्नति, संकट से निकलने में सहायता दे सकते हैं।.

यह मेरे हर एक आजरबैजानी बीज्नेस्मेन के सात बर्ताव है। उन को अपना आदर, अच्छा बर्ताव प्रकट करता हूँ। पर आज इस सम्मेलन में आजरबैजान के ये बीज्नेस्मेन भाग लेते है जिन के निर्धारित परिणाम हैं। मैं सोचता हूँ कि ये हमारे इस सम्मेलन के काम से बहुत लाभ उठा सकते हैं, विशेष तौर पर यहाँ पर हमारे विदेशी अतिथियों द्वारा दिखाया गया अनुभव से इन से अपने कार्रवाई और स्वतंत्र आजरबैजान में आम तौर पर कारोबारी की सफलता के लिये बातचीत कर सकते हैं।.

इस सम्मेलन के आयोजन में भाग लेनेवाले विदेशी अतिथियों को अपना धन्यवाद अदा करके राष्ट्रपरति की आशा यह रही कि वे सिर्फ इस सम्मेलन में भाग लेने से आजरबैजान के साथ अपने बीज्नेस संबंध सीमित न करेंगे और यह संबंध जारी रखे जायेंगे। जनता की भलाई के लिये अपनी कार्रवाई चलाने वाले आजरबैजान के हरेक बीज्नेस्मेन को सफलताऐं और खुशहाली की कामनाऐं करता हूँ, हैदार अलीयेव ने कहा।.

मुझे विश्वास है कि अंतर्राष्ट्रीय बाकू सम्मेलन बीज्नेस सामरिकी और आर्थिक पुनर्निर्माण आजरबैजान के अर्थ-व्यवस्था की उन्नति में अपनी देन देगा। आपको अपने कारोबार में सफलताओं की कामनाऐं करता हूँ।.

ध्यान के लिये धन्यवाद।.