आज़रबैजान प्रजातंत्र के राष्ट्रपति हैदर अलीयेव का काला सागर के क्षेत्र के आर्थिक सहयोग के सदस्य-राष्ट्रों के नेताओं के सम्मीट में भाषण - मास्को, 25 अक्तुबर 1996

आदरणीय श्री अध्यक्ष,

आदरणीय राष्ट्र और सरकार के अध्यक्ष,

श्रामाती और श्रीमान,

मैं बड़ी खुशी से आदरणीय राष्ट्र और सरकार के अध्यक्षों को, इस पारंपरिक काला सागर आर्थिक सहयोग के सम्मेलन में भाग लेनेवाले प्रतिनिधि मंडलों को, भाग लेनेवाले देशों को, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों का स्वागत करता हूँ।

रूस के प्रधान-मंत्री आदरणीय विक्टर सेर्गेयेवीच चेरिनोमीर्दिन को हमारे सम्मेलन के अध्यक्ष चुना जाने के कारण बधाई देता हूँ। रूस के सरकार को और सारे रूसियों को मेहमानदारी और रूस की राजधानी, सुन्दर मास्को नगर में हमारे काम करने के लिये बनाई गई स्थितियों के लिये अपनी आभारी प्रकट करता हूँ।

मैं ने बड़े आदर से रूस के राष्ट्रपति बोरीस नीकोलायेवीच येलेट्सीन का हमारे सम्मेलन को भेजे गये संदेश को सुन लिया, मैं रूस के राष्ट्रपति बोरीस नीकोलायेवीच येलेट्सीन को अपना गहरा आदर और सम्मान प्रकट करता हूँ, उनको जल्द ही जल्द स्वस्थ हो जाने की कामनाऐं, रूस में लोकतंत्रीयता और प्रगति के लिये ख़ूब काम करने की कामनाऐं करता हूँ।

हम काला सागर आर्थिक सहयोग संगठन में भाग लेने को बड़ा महत्व रखते हैं, जो अपनी जीवन-क्षमता, आवश्यकता और संभावनाऐं साबित करता है।

संतोषी से कह सकता हूँ सन् 1992 को बी.एस.ई.सी.(BSEC) के पहले सम्मेलन से गुज़रे हुए समय में बड़े काम किये गये, हमारा सहयोग ढ़ृढ और गहरा हो गया, विशेष तौर पर एनेर्जी, यायायात, कॉम्यूनिकेश्न, व्यापार में ।

काला सागर के क्षेत्र में ज़रूरी यातायात के और कॉम्यूनिकेश्न की उन्नति के क्षेत्र में हमारे सहयोग पर किसी भी संयुक्त प्रॉजेक्ट का सफलतापूरण जारी निर्भ्रर है। इस लिहाज से हमारी कार्रवाईयों में सब से संभावनापूर्ण दिशा पूर्व-पश्चिम, उत्तर-दक्षिण यातायात केरिडर के यूरॉपियन ट्रेंसेपॉर्ट नेटवेर्क का आयोजन है। ये आखिर में काला सागर के श्रेत्र में देशों के यातायात इंफ्रेस्ट्रेक्चर मिलाना और भविष्य में उनको ट्रेंसयुरॉपियन यातायात नेट्वेर्क से मिलवाना है।

काला सागर के क्षेत्र कोकेशिया, केस्पियन सागर के क्षेत्र के साथ बहुत संबंध हैं। इल लिये मेरे विचार में केस्पियन सागर के दूसरे देशों का भी बी.एस.ई.सी.(BSEC) के कार्यों में शामिल करना, हमारे संगठन की क्षमताऐं और संभावनाऐं काफ़ी बढ़ा सकता है।

आज़रबैजानी प्रजातंत्र के पास अपने भौगोलिक स्थिति के कारण युरॉप और ऐशिया के बीच यातायात और टेली कॉम्यूनिकेश्न संबंध के आयोजन करने के लिये अच्छी संभावनाऐं हैं और इस दिशा में हम सारे रूचि लेनेवाले देशों के साथ गहरा सहयोग करने के लिये तैयार हैँ।

हम बी.एस.ई.सी.(BSEC) के देशों के ऐनेर्जी सिस्टेम को मिलाने के लिये प्रॉजेक्ट पर विशेष ध्यान देते हैँ। खुशी की बात यह है कि इस प्रॉजेक्ट पर सोफिया में काला सागर के ऐनेर्जी केंद्र, ई.यू. (E.U.) , अंतर्राष्ट्रीय बैंक और मौद्रीक अंग काम करते हैं।

मैं हमारी संस्था की तरफ से काला सागर के व्यापार और विकास बैंक को बनाने के बारे में प्रॉजेक्ट का अनुसमर्थन(रेटिफिकेशन) करने का स्वागत करता हूँ और विश्वास है कि अगले साल के शुरू में उसका कार्य आरंभ हो जायेगा, बड़े क्षेत्रीय प्रॉजेक्टों पर पूँजी लगाने का पालन करेगा।

गुज़रे हुए सालों में हमारी कार्रवाईयों की सफलताओं को सही मूल्यांकन करते हुए मैं नॉट करना चाहता हूँ कि बी.एस.ई.सी.(BSEC) फिर भी काफ़ी डायनेमीक संस्था नहीं है। संयुक्त प्रॉजेकटों की सफलतापूर्ण जारी के लिये ज़रूरी है कि सहयोग के विधिक आधार स्पाष्ट रूप से निश्चित किये जाये, प्रभाकारी आयोजन के मेकेनिस्म बन जाये, जो बी.एस.ई.सी.(BSEC) के पूरे अंगों के कार्य का समन्यव कर सके।

हमें मिलकर बी.एस.ई.सी.(BSEC) के क्षेत्र में निजी बीजनेस अनुकुल स्थिति बनाना है और इस कारण उसका बीजनेस परिषद के काम को सक्रिय करना है।

बी.एस.ई.सी.(BSEC) की सफलता के लिये एक मुख्य उद्देश्य उसकी खुलाई, ऐसे क्षेत्रीय संघ जैसे ई.यू. (E.U.), सी.आई.एस.(CIS), ई.सई.ऑ.(ECO) के साथ फलदायक सहयोग जरूरी है। यह सिर्फ अर्थ-व्यवस्था में संयुक्त प्रॉजेक्टों की सफलतापूण जारी को नहीं, बल्कि हमारे संगठन के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को सहयोग देता है।

आदरणीय श्रीमाती और श्रीमान,

21वीं शतब्दी, तीसरे सहस्राब्दी की शुरू मनाव-जाति, शांति, स्थीरता, खुशहाली की बड़ी आशा में प्रतीक्षा करता है। हमारा कर्तव्य इस ऐतिहासिक उद्देश्य की प्राप्ती में अपना भाग देना है। यह हमें शांति के विरोध कार्यों को, युद्ध, सैनिक विवाद का प्रतिरोध करने के लिये बाध्य करता है।

अनेक युद्ध के भारी परिणामों से गुजरे हुए काला सागर के क्षेत्र इस की विशेष तौर पर आवश्यकता में है। हमें ढ़ृढ और निर्णायक रूप से आखिरी समय यहां पर फैले हए अलगाववाद, आक्रामणकारी राष्ट्रवाद, अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का विरोध करना है। हमें ढ़ृढ रूप से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किये गये क्षेत्रीय अखंडता, हर एक देश की प्रभुसत्ता का हिमायत करना है।

पता है कि बी.एस.ई.सी.(BSEC) के कार्यक्रम को पूरा करने के लिये कोकेशिशा का कितना बड़ा महत्व है। इस के साथ कोकेशिया सैनिक विवादों से भारी पीड़ीत है। इस से कोकेशिया के सारे देश, सारी जनताऐं पाड़ीत हैँ। इस लिये कोकेशिया में सैनिक विवादों का खत्म करना काला सागर के क्षेत्र में आर्थिक संबंधों को सफलतापूर्वक होने का मुख्य और महत्वपूर्ण शर्त है.

हमारे देश को आर्मेनिया प्रजातंत्र की तरफ से किये गये आक्रामण के परिणामों पर, जो पहाड़ी कराबाग़ को आजरबैजान प्रजातंत्र से अलग करने का लक्ष्य से किया गया था, बड़ी हानि मिली है। हमारे देश के 20 प्रतिशत कब्जे में हैं, हमारे दस लाख से ज्यादा देशवासी अपने मकानें से भगाये गये हैं, शरणार्थी बन गये और कठिन स्थितियों में तंबूओं में रहते हैं ।

सन् 1994 की मई को गोलीबारी रोकने का समझौता हो गया था, जो आज तक चल रहा है। लेकिन पूरी शांति न आई है। हम क्रमिक रूप से आजरबैजान की क्षेत्रीय अखंडता बहाल करके आर्मेनियाई- आजरबैजानी झगड़े का शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिये, शरणार्थीयों को अपने मकानों को वापस भेजने की और पहाड़ी कराबाग़ को आजरबैजान राष्ट्र के अंदर स्वाशासन देने की कोशिश करते हैं। मेरे विचार में ऐसे विश्व सिद्धांत कोकेशिया के सारे विवादों के शांतिपूर्ण हल के लिये आधार हो सकता है।

यॉर ऐक्लेन्सी,

मुझे संदेह न है कि बी.एस.ई.सी.(BSEC) संगठन में संयुक्त कार्य हमारे क्षेत्र में शांति और स्थीरता की ढ़ृढता, हमारी जनताओं की खुशहाली को बढ़ाने में सहायता देगा।

इसलिये मैं फिर आजरबैजान प्रजातंत्र की हमारे संगठन के अंदर भले उद्देश्यों की उपलब्धि के लिये गहरा सहयोग के लिये तैयारी की पुष्टि करता हूँ।

ध्यान के लिये धन्यवाद.